अरोमा मिशन के ‘बैंगनी क्रांति’ के तहत लैवेंडर की खेती
हाल ही में विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के माध्यम से CSIR-IIIM के अरोमा मिशन के तहत लैवेंडर की खेती (Lavender Cultivation) को प्रोत्साहित करके जम्मू कश्मीर के रामबन जिले में ‘बैंगनी क्रांति’ (Purple Revolution) शुरू करने के लिए एक बैठक के दौरान निर्णय लिया गया।
- रामबन जिले के लिए जिला विकास समन्वय और निगरानी समिति (DISHA) की बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान और प्रौद्योगिकी डॉ जितेंद्र सिंह ने की थी।
- अरोमा मिशन देश भर से स्टार्ट-अप और कृषकों को आकर्षित कर रहा है, और पहले चरण के दौरान सीएसआईआर ने 6000 हेक्टेयर भूमि पर खेती में मदद की और देश भर में 46 आंकांक्षी जिलों को कवर किया। 44,000 से अधिक व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया गया है।
- अरोमा मिशन के दूसरे चरण में, देश भर में 75,000 से अधिक कृषक परिवारों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से 45,000 से अधिक कुशल मानव संसाधनों को शामिल करने का प्रस्ताव है।
लैवेंडर के बारे में
- लैवेंडर (Lavandula angustifolia) भूमध्यसागरीय मूल का एक सदाबहार पौधा है। इसके फूल और तेल में एक लोकप्रिय गंध होती है और इसका उपयोग दवा के रूप में भी किया जाता है।
- लैवेंडर में एक ऐसा तेल होता है जो शांतिकारक प्रभाव डालता है और कुछ मांसपेशियों को आराम दे सकता है। ऐसा लगता है कि इसमें जीवाणुरोधी और एंटिफंगल प्रभाव भी हैं।