Antimicrobials Resistance: रेड लाइन जागरूकता अभियान
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने रोगाणुरोधी/antimicrobials (एंटीबायोटिक) के विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने के लिए निम्नलिखित पहलें की हैं:
- MoHFW ने रोगाणुरोधी प्रतिरोध (Antimicrobials Resistance) पर रेड लाइन जागरूकता अभियान (Red Line awareness campaign) शुरू किया, जिसमें लोगों से डॉक्टर के पर्चे के बिना एंटीबायोटिक्स सहित लाल खड़ी रेखा वाली (red vertical line) दवाओं का उपयोग नहीं करने का आग्रह किया गया है।
- लाल पट्टी वाले दवा टैबलेट पैक इंगित करते हैं कि इन्हें डॉक्टर के पर्चे के बिना नहीं खरीदा जा सकता है।
- इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कॉमन सिंड्रोम में एंटी-माइक्रोबियल उपयोग के लिए उपचार दिशानिर्देश जारी किए हैं जिनमें वायरल ब्रोंकाइटिस और निम्न श्रेणी के बुखार के लिए एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग के लिए दिशानिर्देश शामिल हैं।
- एंटीबायोटिक्स को ड्रग रूल्स, 1945 की अनुसूची H और H1 में शामिल किया गया है। इन दवाओं में विशेष सावधानी लेबलिंग आवश्यकताएं होती हैं और केवल पंजीकृत चिकित्सक के पर्चे के तहत बेची जाती हैं।
- अनुसूची H1 में शामिल दवाओं की आपूर्ति के समय एक अलग रजिस्टर में दर्ज की जाती है और ऐसे रिकॉर्ड तीन साल तक बनाए रखे जाते हैं और निरीक्षण के लिए खुले रहते हैं।
- सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गनाइजेशन (CDSCO) ने नोटिफिकेशन जारी कर 24 हाई-एंड एंटीमाइक्रोबियल्स को अनुसूची H1 के तहत रखा है।