Lithium reserves: जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में लिथियम भंडार की खोज
भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) ने पहली बार जम्मू और कश्मीर (UT) के रियासी जिले के सलाल-हैमाना क्षेत्र (Salal-Haimana) में 5.9 मिलियन टन के लिथियम अनुमानित संसाधन (G3) की पुष्टि की है।
- 09 फरवरी 2023 को आयोजित 62वीं केंद्रीय भूवैज्ञानिक प्रोग्रामिंग बोर्ड (CGPB) की बैठक के दौरान 15 अन्य संसाधन वाली भूवैज्ञानिक रिपोर्ट (G2 और G3 चरण) और 35 भूवैज्ञानिक ज्ञापनों के साथ यह रिपोर्ट संबंधित राज्य सरकारों को सौंपी गई थी।
- हर साल, अनुमोदित वार्षिक फील्ड सीज़न प्रोग्राम (FSP) के अनुसार, GSI खनिज अन्वेषण के विभिन्न चरणों को पूरा करता है। लिथियम सहित विभिन्न खनिज धातुओं के लिए खनिज संसाधन बढ़ाने के लिए संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क वर्गीकरण (UNFC) और खनिज साक्ष्य और खनिज सामग्री नियम (MEMC-2015) के दिशानिर्देशों का पालन करते हुए सर्वेक्षण किये जाते हैं और इसे विभिन्न वर्गों में बांटा जाता है, जैसे: टोही सर्वेक्षण/reconnaissance surveys (G4), प्रारंभिक अन्वेषण/ preliminary exploration (G3) और सामान्य अन्वेषण/general exploration(G2) .
- लिथियम एक अलौह धातु है और इसका उपयोग मुख्य रूप से बैटरी उद्योग में किया जाता है।
- वर्तमान में, भारत लिथियम, निकल और कोबाल्ट जैसे कई खनिजों के लिए आयात पर निर्भर है।
- सरकार ने 2021 में देश में एडवांस केमिस्ट्री सेल (ACC) के निर्माण के लिए प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना को मंजूरी दी थी।
- अर्जेंटीना, चिली और बोलीविया तथाकथित “लिथियम त्रिभुज” (Lithium Triangle) बनाते हैं।
- ऑस्ट्रेलिया विश्व स्तर पर शीर्ष लिथियम उत्पादक देश है।