Muons: चीन के शीआन किले की दीवार के रहस्यों से पर्दा उठाएगा म्यूऑन
जर्नल ऑफ एप्लाइड फिजिक्स में प्रकाशित एक नए अध्ययन के अनुसार, शोधकर्ता लघु बाह्य अंतरिक्ष कण म्यूऑन (Muons) का उपयोग करके चीन के एक प्राचीन शहर शीआन (Xi’an) की किले की दीवार की जांच कर रहे हैं। ये कण सैकड़ों मीटर पत्थर की सतहों में प्रवेश कर सकते हैं।
- शीआन की दीवार 12 मीटर ऊंची और 18 मीटर मोटी है।
- इस 14 किलोमीटर लंबी प्राचीर का विश्लेषण करने के लिए, शोधकर्ताओं ने म्यूओन टोमोग्राफी या म्यूओग्राफ़ी नामक एक तकनीक का इस्तेमाल किया, जो इतनी बड़ी संरचनाओं की त्रि-आयामी छवियों को उत्पन्न करने के लिए म्यूऑन का उपयोग करती है।
म्यूऑन (Muons) क्या हैं?
- म्यूऑन (Muons) अंतरिक्ष से बरसने वाले उप-परमाण्विक कण हैं। वे तब बनते हैं जब ये कण पृथ्वी के वायुमंडल में ब्रह्मांडीय किरणों (cosmic rays) से टकराते हैं। कॉस्मिक rays उच्च-ऊर्जा कणों के समूह हैं जिनकी गति प्रकाश की गति से थोड़ा कम है और ये अंतरिक्ष में गमन करते हैं।
- प्रति मिनट पृथ्वी की सतह के प्रत्येक वर्ग मीटर पर लगभग 10,000 म्यूऑन पहुँचते हैं। यद्यपि म्यूऑन पृथ्वी और पत्थर में गहराई तक यात्रा कर सकते हैं, परतु वे जिस सामग्री से टकराते करते हैं, उसके आधार पर वे बिखर जाते हैं या अवशोषित हो जाते हैं।
- जिन अवरोधों से ये गुजरते हैं, उनका अध्ययन कर अंदरूनी संरचनाओं का पता लगाया जा सकता है। इन्हें ज्वालामुखी के अंदरूनी हिस्सों का अध्ययन करने, पिरामिडों को स्कैन कर छिपे हुए कक्षों का पता लगाने और यहां तक कि एक्स-रे के लिए अभेद्य कंटेनरों में छिपे हुए कंट्राबेंड की खोज करने के लिए उपयोगी बनाता है।
- ये कण इलेक्ट्रॉनों से मिलते जुलते हैं लेकिन इनकी तुलना में 207 गुना विशाल हैं। इसलिए, उन्हें कभी-कभी “फैट इलेक्ट्रॉन” कहा जाता है।
- म्यूऑन इतने भारी होते हैं, कि वे अवशोषित होने या इलेक्ट्रॉनों और न्यूट्रिनो में क्षय होने से पहले सैकड़ों मीटरगहराई में चट्टान या अन्य पदार्थ के माध्यम से यात्रा कर सकते है।
- हालांकि म्यूऑन लगातार नीचे की ओर प्रवाहित होते हैं, लेकिन उनकी संख्या इतनी कम होती है कि प्राचीर के 3-डी स्कैन के लिए पर्याप्त डेटा एकत्र करने के लिए शोधकर्ताओं को एक समय में एक सप्ताह के लिए छह डिटेक्टरों को तैनात करना पड़ा।
- म्यूओग्राफी (Muography) अवधारणात्मक रूप से एक्स-रे के समान है लेकिन म्यूऑन की प्रवेश शक्ति के कारण बहुत बड़ी और व्यापक संरचनाओं को स्कैन करने में सक्षम है। चूंकि ये उच्च-ऊर्जा कण स्वाभाविक रूप से उत्पन्न होते हैं और सर्वव्यापी होते हैं, इसलिए किसी को केवल लक्षित वस्तु के भीतर या उसके पास एक म्यूऑन डिटेक्टर लगाने की आवश्यकता होती है।